पुस्तकालय विज्ञानं का जनक भारत में डॉ शियाली रामाम्रिता रंगनाथन को माना जाता हैं | इनके दिए गए दो सबसे महत्वपूर्ण कार्य हैं -
1. पुस्तकालय के नियम जो १९३१ में प्रकाशित हुआ |
2. कालोन क्लासिफिकेशन जिसको १९३३ में प्रकाशित किया गया |
Dr. Shiyali Ramamrita Ranganathan is known as the father of library science in India. He is acknowledged for his two immense contributions. -
1. The five laws of library science (1931).
2. Colon Classification (1933).
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